एनआईए ने बंगलुरू से ISIS के लिए काम कर रहे डॉ. अब्दुल रहमान को गिरफ्तार किया, आतंकियों के लिए मेडिकल एप्लिकेशन बना रहा था
नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) ने मंगलवार को बंगलुरू हॉस्पिटल के नेत्र चिकित्सक को गिरफ्तार किया है। एजेंसी ने बताया कि वह ISIS के घायल आतंकियों के लिए मेडिकल एप्लिकेशन बनाने पर काम कर रहा है। यही नहीं वह ISIS के लड़ाकों के लिए हथियार से जुड़ी एप्लिकेशन भी बना रहा था।
गिरफ्तार आतंकी की पहचान अब्दुल रहमान (28) के रूप में हुई है। वह बंगलुरू के एमएस रमैया मेडिकल कॉलेज में काम करता था।
सोमवार को हुई गिरफ्तारी
बंगलुरू के बसवांगुडी का रहने वाले रहमान को एनआईए ने सोमवार को गिरफ्तार किया। रहमान को एजेंसी की उस जांच के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया है, जिसमें दिल्ली के जामिया नगर से कश्मीरी दंपती जहांजेब सामी वानी और हिना बाशिर बेग को गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तारी के बाद पता चला कि दोनों इस्लामिक स्टेट ऑफ खोरासन प्रोविंस (आईकेएसपी) के लिए काम कर रहे थे। आईकेएसपी एक प्रतिबंधित आतंकी संगठन और ISIS का हिस्सा है।
2014 में सीरिया भी गया था रहमान
पूछताछ में रहमान ने कबूल किया कि वह जाहनजेब सामी और अन्य सीरियाई ISIS आतंकियों के साथ आईएसआईएस की गतिविधियों को आगे बढ़ाने के लिए साजिश रच रहा था। एनआईए ने बताया कि रहमान आतंकवादियों के इलाज के लिए 2014 की शुरुआत में सीरिया में आईएसआईएस के एक मेडिकल कैंप भी गया था। 10 दिनों तक इस्लामिक स्टेट के गुर्गों के साथ रहा और फिर भारत लौट आया।
स्पेशल कोर्ट में पेश किया जाएगा
रहमान की गिरफ्तारी के बाद एनआईए ने कर्नाटक पुलिस के साथ बेंगलूरु में उसके 3 परिसरों पर सर्च ऑपरेशन चलाया। वहां से डिजिटल डिवाइस, मोबाइल फोन, लैपटॉप और कई संदिग्ध सामान जब्त किए गए। एजेंसी ने बताया कि उसे नई दिल्ली में एनआईए की स्पेशल कोर्ट में पेश किया जाएगा और पूछताछ के लिए रिमांड मांगी जाएगी।
आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/315ngDE
via IFTTT
No comments