ट्रम्प ने कहा- मैं ठीक हूं, उनके चीफ ऑफ स्टाफ बोले- उनके लक्षण फिक्र बढ़ाने वाले; रिपब्लिकन पार्टी ने प्रचार की नई रणनीति तैयार की
तीन दिन पहले कोरोना पॉजिटिव हुए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड की सेहत पर सस्पेंस है। दरअसल, शनिवार को तीन बयान आए। तीनों में अलग-अलग बातें कही गईं। ट्रम्प ने एक वीडियो जारी कर कहा- मैं ठीक हूं। उनके चीफ ऑफ स्टाफ मार्क मेडोस ने कहा- राष्ट्रपति में जो लक्षण देखे गए हैं, वे फिक्र बढ़ाने वाले हैं। उनका इलाज कर रहे हैं पर्सनल फिजिशियन डॉक्टर सीन कॉनले के मुताबिक- प्रेसिडेंट बेहतर महसूस कर रहे हैं।
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) October 3, 2020
ट्रम्प का इलाज मेरीलैंड के मिलिट्री हॉस्पिटल में चल रहा है, जबकि पत्नी मेलानिया व्हाइट हाउस में ही क्वारैंटाइन हैं। बेटी इवांका और दामाद जैरेड कुशनर की टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव आई है। दूसरी तरफ, रिपब्लिकन पार्टी ने प्रचार के लिए नई रणनीति तैयार की है। सीनेटर्स की एक टीम बनाई गई है।
ट्रम्प ने वीडियो जारी किया
राष्ट्रपति ने शनिवार रात हॉस्पिटल से एक वीडियो जारी कर कहा- अब मैं बेहतर महसूस कर रहा हूं। एक-दो दिन में देखते हैं क्या होता है। मुझे लगता है कि तब स्थिति ज्यादा साफ हो पाएगी। ट्रम्प सूट में नजर आए, लेकिन उन्होंने टाई नहीं पहनी थी। इसमें दो बातें हैं। शुक्रवार रात जब वे हॉस्पिटल आए थे, तब उन्होंने कहा था- मैं बहुत बेहतर महसूस नहीं कर रहा हूं। शनिवार को कहा- अब मैं बहुत बेहतर महसूस कर रहा हूं। जल्द ही फिर काम संभाल लूंगा।
डॉक्टर और एडवाइजर के बयान अलग
शनिवार को ही उनके डॉक्टर्स ने कहा- राष्ट्रपति का इलाज चल रहा है और वे अब काफी बेहतर महसूस कर रहे हैं। लेकिन, शंका उनके चीफ ऑफ स्टाफ मार्क मेडोस के बयान ने बढ़ाई। मेडोस ने कहा- अगले दो दिन बहुत अहम हैं। इस दौरान हमें बीमारी की गंभीरता के बारे में सही जानकारी मिल सकेगी। फिलहाल, हम रिकवरी के बारे में साफ तौर पर कुछ नहीं कह सकते। साफ तौर पर बयानों में विरोधाभास है और शायद इसीलिए राष्ट्रपति ने खुद बयान जारी कर कहा- मैं ठीक हूं। ट्रम्प का एक और मैसेज उनके दोस्त और वकील रुडोल्फ गिउलियानी के जरिए सामने आया। गिलानी के मुताबिक- ट्रम्प ने मुझसे कहा- मैं इस बीमारी को हरा दूंगा।
बयानों से सिर्फ भ्रम बढ़ा
जिस तरह के बयान आ रहे हैं, उनसे सिर्फ भ्रम बढ़ रहा है। समझना मुश्किल है कि वास्तव में ट्रम्प की स्थिति कैसी है। एक बात और हुई। वॉल्टर रीड हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने मीडिया को राष्ट्रपति से जुड़ी ज्यादा जानकारी या टाइमलाइन नहीं बताई। कुछ खबरों के मुताबिक, ट्रम्प पहले से बीमार थे। और इसकी सही जानकारी आधिकारिक तौर पर नहीं दी गई।
व्हाइट हाउस से जुड़े दो सूत्रों का कहना है कि ट्रम्प को शुक्रवार सुबह से ही सांस लेने में दिक्कत थी। उनका ऑक्सीजन लेवल भी कम है। व्हाइट हाउस में ही उनको ऑक्सीजन दी गई थी। इसके बाद हॉस्पिटल ले जाया गया। डॉक्टर कोनले इन बातों को खारिज कर रहे हैं। वे कहते हैं कि राष्ट्रपति को अलग से ऑक्सीजन की जरूरत ही नहीं है। सवाल तो ये भी उठ रहे हैं कि ट्रम्प बुधवार को संक्रमित हुए या गुरुवार को। बुधवार और गुरुवार को तो वे कई प्रोग्राम्स में शामिल भी हुए थे।
राष्ट्रपति हैं, इसलिए हॉस्पिटल भेजा
सही मायनों में ट्रम्प के पर्सनल फिजिशियन ही भ्रम फैला रहे हैं। शनिवार को उन्होंने कहा- प्रेसिडेंट बिल्कुल ठीक हैं। इलाज का असर हो रहा है। इससे हमारी टीम खुश है। अगले 24 घंटे में उनका बुखार उतर जाएगा। ब्लड प्रेशर और हार्ट रेट भी नॉर्मल हो जाएगा। कोनले पूछा गया- सब ठीक था तो ट्रम्प को हॉस्पिटल लाने की जरूरत क्यों पड़ी? इस पर जवाब मिला- क्योंकि, वे अमेरिका के राष्ट्रपति हैं।
रिपब्लिकन पार्टी की नई कैम्पेन स्ट्रैटेजी
चुनाव में सिर्फ एक महीना बाकी है। राष्ट्रपति बीमार हैं और हॉस्पिटल में हैं। कब ठीक होंगे, ये फिलहाल नहीं कहा जा सकता। लिहाजा, उनकी पार्टी ने इलेक्शन कैम्पेन के लिए नई रणनीति तैयार की है। वाइस प्रेसिडेंट माइक पेंसी और स्पीकर नेंसी पेलोसी के साथ सीनेटर्स की एक टीम हर राज्य में जाएगी। संभव हुआ तो ट्रम्प वीडियो मैसेज करते रहेंगे।
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